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LG Manoj Sinha
– फोटो : पीआरओ
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सरकार श्राइन बोर्ड के कर्मचारियों के कल्याण की रक्षा और संवर्धन के लिए प्रतिबद्ध है। कर्मचारियों के बच्चों को बाल शिक्षा भत्ता इस वर्ष अक्टूबर माह में शारदीय नवरात्रि से प्रदान किया जाएगा। जिससे सैकड़ों बच्चों की पढ़ाई और आसान हो जाएगी। बोर्ड क्षेत्र में खुले बिजली के तारों से निजात दिलाने के लिए भूमिगत केबलिंग परियोजना शुरू की जा रही है।
यह बात उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने बुधवार को एसएमवीडी विश्वविद्यालय के मातृका सभागार में माता वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड के स्थापना दिवस एवं श्री माता वैष्णो देवी गुरुकुल के वार्षिकोत्सव में कही। कहा कि श्री माता वैष्णो देवी तीर्थयात्रा हमारी सनातन संस्कृति का प्रतीक, मानवता के लिए ऊर्जा और दिव्यता का स्रोत है।
उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास आधुनिक बुनियादी ढांचे को भक्तों की सेवा परेशानी मुक्त तीर्थयात्रा और यात्रियों के आध्यात्मिक अनुभव को समृद्ध बनाना है। कहा कि श्री माता वैष्णो देवी गुरुकुल विज्ञान और संस्कार के मिश्रण में बदल रहा है। गुरुकुल स्वयं की खोज, आंतरिक यात्रा के साथ विज्ञान, प्रौद्योगिकी के बीच एक अच्छा संतुलन बनाना और ज्ञान के विकास के लिए आध्यात्मिक माहौल बनाने का प्रयास कर रहा है।
उपराज्यपाल ने कहा कि त्याग, सेवा और आध्यात्मिकता समाज के सर्वांगीण विकास की नींव है। उपराज्यपाल ने एसएमवीडी गुरुकुल की वार्षिक पत्रिका के दूसरे संस्करण का विमोचन किया। इस अवसर पर एक संस्कृत लघु फिल्म तत्वबोध भी प्रदर्शित की गई।
इससे पूर्व उपराज्यपाल ने नोमेन में श्राइन बोर्ड के कर्मचारियों के लिए आवासीय परिसर गायत्री भवन का उद्घाटन किया। उन्होंने श्राइन क्षेत्र में भूमिगत केबलिंग परियोजना और गुरुकुल में अतिरिक्त भोजन और आवास का भी ई-उद्घाटन किया। उन्होंने श्राइन बोर्ड के सभी कर्मचारियों के बच्चों के लिए बाल शिक्षा भत्ते की घोषणा की। जिससे स्कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के सैकड़ों कर्मचारियों को लाभ मिलेगा।
इस मौके पर महामंडलेश्वर स्वामी विश्वेश्वरानंद गिरि जी महाराज, डॉ. अशोक भान, डॉ. नीलम सरीन, सुरेश कुमार शर्मा, रघु के. मेहता, और पद्मश्री प्रो. विश्वमूर्ति शास्त्री, निदेशक एसएमवीडी गुरुकुल प्रो. (डॉ.) प्रगति कुमार कुलपति एसएमवीडीयू, अंशुल गर्ग सीईओ आदि मौजूद रहे।
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