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उज्जैन के मंदिर में कृष्ण और मीरा की मूरत
– फोटो : सोशल मीडिया
विस्तार
आपने भगवान श्रीकृष्ण के सैकड़ों मंदिरों के दर्शन किए होंगे। जहां भगवान श्रीकृष्ण, राधा रानी और बलराम के साथ विराजमान हैं। लेकिन श्रीकृष्ण की एक अनन्य भक्त मीराबाई भी रही हैं। जिन्होंने मृत्यु तक अपना सब कुछ श्रीकृष्ण को ही माना। मीराबाई बचपन से ही श्री कृष्ण की भक्ति में रमी रहीं।
मध्यप्रदेश के उज्जैन शहर मे एक ऐसा अनूठा मंदिर है, जो भक्त मीराबाई और श्रीकृष्ण के प्रेम को दर्शाता है। इस मंदिर में मीराबाई के साथ भगवान श्रीकृष्ण विराजमान हैं। प्रतिदिन इनकी मूरत की पूजा-अर्चना होती है। हर साल जन्माष्टमी का पर्व मंदिर में धूमधाम से मनाया जाता है। मंदिर की बढ़ती प्रसिद्धि के कारण प्रतिदिन नगर और प्रदेश के साथ ही राजस्थान, गुजरात, महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश समेत अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस अनूठे मंदिर को देखने के लिए भक्तों का तांता लगा रहता है। मंदिर में भगवान श्रीकृष्ण और मीरा की प्रतिमा के साथ ही शिव मंदिर और अत्यंत आकर्षित एक बगीचा भी है। जहां चंदन, कदंब, रुद्राक्ष और स्वर्ण चंपा के साथ ही विभिन्न प्रकार के वृक्ष मंदिर परिसर के पूरे वातावरण को आनंदित करने के साथ ही श्रद्धालुओं को लुभाते हैं।
मंदिर पर कल रहेगी जन्माष्टमी की धूम
मंदिर के पुजारी पं. सुनील बटवाल एवं अनिल बटवाल ने मीरा माधव मंदिर पर 7 सितंबर 2023 को श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव मनाया जाएगा। वहीं 8 सितंबर 2023 को सुबह 8 बजे नंद महोत्सव का आयोजन होगा। श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के मौके पर मंदिर में आकर्षक विद्युत सज्जा के साथ प्रातः मंगलादर्शन होगी। वहीं सुबह 7.30 बजे पंचामृत दर्शन के पश्चात सुबह 11 बजे तिलक दर्शन, 12 बजे राजभोग दर्शन तथा सायं 6 बजे पुष्प श्रृंगार दर्शन होंगे। रात्रि 8 बजे जागरण दर्शन एवं भजन संध्या के साथ रात्रि 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्मोत्सव मनाया जाएगा।
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