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तैयारी…
– फोटो : अमर उजाला
विस्तार
जी-20 सम्मेलन के दौरान विदेशी मेहमानों को सरकारी अस्पतालों में फाइव स्टार सुविधाएं मिलेंगी। कमरे होटलों की तरह तैयार किए गए हैं। इनमें मरीज के लिए अलग से बेड व सोफा लगाया गया है। मनोरंजन के लिए एलईडी टीवी व कॉरिडोर के पास फव्वारा भी होगा। कमरे में अलग से शौचालय व अन्य सुविधाएं होंगी। मरीज के साथ तीमारदार के लिए भी अलग से बेड की व्यवस्था की गई है। डॉ. राम मनोहर लोहिया अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शुक्ला ने बताया कि अस्पताल के नर्सिंग होम में फाइव स्टार सुविधा वाले 10 कमरे तैयार किए गए हैं।
यह सभी एकल कक्ष हैं, जिसमें मरीज के लिए वेंटिलेटर सहित सभी प्रकार की जांच की सुविधाएं मिलेंगी। जरूरत पड़ने पर ईसीजी, अल्ट्रासाउंड व अन्य मशीनें भी मौजूद रहेंगी। यहां पर डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ सहित अन्य स्टाफ को भी तैनात किया गया है, जो विदेशी मेहमानों की छोटी से छोटी जरूरतों का ध्यान रखेंगे। वहीं, एम्स व सफदरजंग अस्पताल में भी विशेष कमरे तैयार किए गए हैं। सभी सुविधाओं के साथ डॉक्टरों को भी प्रशिक्षित किया गया है। ड्यूटी में लगाए गए सभी स्वास्थ्यकर्मियों को इमरजेंसी स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए तैयार किया गया है। सभी को फर्स्ट रिस्पांस सिस्टम के लिए तैयार किया गया है।
डिजास्टर बेड भी उपलब्ध
विदेशी मेहमानों के लिए अस्पतालों में डिजास्टर बेड भी तैयार किए गए हैं। इन पर ऑक्सीजन सहित अन्य सुविधाएं होंगी। मरीजों की तुरंत जांच के लिए फर्स्ट रिस्पांस सिस्टम काम करेगा। लेडी हार्डिंग अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. सुभाष गिरी ने बताया कि अस्पताल में 30 डिजास्टर बेड तैयार किए गए हैं। इन पर विदेशी मेहमानों को सुविधा दी जाएगी। आरएमएल में 41 डिजास्टर बेड आरक्षित किए गए हैं।
नहीं होगी सामान्य मरीजों को दिक्कत
सम्मेलन के दौरान सामान्य मरीजों को भी सेवा पहले की तरह मिलती रहेगी। हालांकि, सुरक्षा व्यवस्था को लेकर कुछ परेशानी हो सकती है, लेकिन अस्पताल प्रशासन ने सामान्य सुविधाओं को पहले की तरह चलाने का आदेश दिया है। लोकनायक अस्पताल के डॉक्टरों ने बताया कि सामान्य मरीज को कोई परेशानी न हो, इसके लेकर क्रॉस सिस्टम तैयार किया है जिसमें मरीजों को सामान्य रूप से ओपीडी व अन्य आपातकालीन सुविधाएं मिलती रहें।
शिक्षा विभाग के कर्मियों को तैयार रहने को कहा
जी-20 सम्मेलन के मद्देनजर सभी स्कूल बंद रहेंगे। इस दौरान शिक्षा विभाग के कर्मचारियों को किसी भी आवश्यकता को पूरा करने के लिए शहर में ही रहने के निर्देश दिए हैं। सतर्कता विभाग की ओर से जारी सर्कुलर में कहा गया है कि सम्मेलन व संभावित आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए कर्मचारियों को किसी भी तैनाती के लिए तैयार रहना होगा। इस दौरान शिक्षा विभाग के अधिकारियों व कर्मियों को शहर में ही रहना होगा। सभी कर्मचारियों को फोन पर उपलब्ध रहना होगा और इस अवधि के दौरान दिल्ली से बाहर जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी, क्योंकि उनकी सेवाओं की किसी भी समय आवश्यकता हो सकती है।
दिल्ली एयरपोर्ट पर भी विशेष तैयारियां
जी-20 सम्मेलन को लेकर एयरपोर्ट पर विशेष तैयारियां की गई है। एयरपोर्ट संचालित करने वाली कंपनी डायल ने विदेशी मेहमानों को किसी तरह की दिक्कत का सामना नहीं करना पड़े, इसके लिए विशेष टीम का गठन किया है। यह टीम विशेष विमानों और मेहमानों को सुविधा प्रदान करेगी। टीम सुनिश्चित करेगी कि विदेशी मेहमानों को किसी तरह की असुविधा न हो।
डायल अलग-अलग एजेंसियों के साथ विशेष समन्वय बनाकर काम कर रही है। विदेश मंत्रालय, गृह मंत्रालय और दिल्ली सरकार जैसे विभिन्न सरकारी विभागों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है। एयरपोर्ट के बाहर विशेष तौर पर साज-सज्जा के साथ ही बेहतर लाइटिंग और साइनेज लगाए गए हैं। सम्मेलन से संबंधित संदेश टर्मिनल के भीतर प्रदर्शित किए जा रहे हैं। टर्मिनल के आसपास सौंदर्यीकरण किया गया है। टर्मिनल थ्री पर विशेष इंटरनेशनल हॉल तैयार किया गया है।
सार्वजनिक शौचालयों की सूरत भी बदली
जी-20 सम्मेलन के मद्देनजर प्रगति मैदान के आसपास और एयरपोर्ट से भारत मंडपम तक आने के रास्ते में नए सार्वजनिक शौचालय बनाकर साफ-सफाई के साथ साज सज्जा का भी खास ख्याल रखा गया है। इनके आसपास रंगीन गमले व कूड़ेदान रखे गए हैं। सफाईकर्मियों को इन्हें हमेशा साफ रखने के निर्देश दिए गए हैं। फर्श की सफाई के लिए खुशबूदार क्लीनर का इस्तेमाल किया जा रहा है। हैंडवाश लिक्विड, टिश्यू पेपर, एयरड्रॉयर भी लगाए गए हैं।
सुप्रीम कोर्ट के सामने व मथुरा रोड पर सुप्रीम कोर्ट मेट्रो स्टेशन के पास शौचालय का नवीनीकरण किया गया है। धौला कुआं में दो शौचालय बनाए गए हैं। राजघाट, दिल्ली गेट, बहादुर शाह जफर मार्ग, निजामुद्दीन, हुमायूं का मकबरा क्षेत्र के आसपास सात शौचालयों का नवीनीकरण किया गया है। इन सभी स्थानों पर विदेशी मेहमानों के आने की संभावना है, इसलिए निगम ने व्यवस्था की है।
नई दिल्ली क्षेत्र में तीन दिन तक फूड डिलीवरी नहीं होगी
अगर आप नई दिल्ली इलाके यानी एनडीएमसी क्षेत्र में रह रहे हैं तो आपको तीन दिन तक घर का ही खाना खाना पड़ेगा। 8 से 10 सितंबर तक जी-20 सम्मेलन के दौरान दिल्ली पुलिस फूड डिलीवरी की अनुमति नहीं देगी। दिल्ली पुलिस के विशेष पुलिस आयुक्त एसएस यादव ने बताया कि फूड डिलीवरी बॉय नई दिल्ली क्षेत्र में नहीं आ सकेंगे।
यादव ने बुधवार को प्रेसवार्ता में बताया कि आवश्यक सेवाएं जैसे दवा, डाक, चिकित्सा सेवाएं और लैब को नमूने लेने की अनुमति होगी। इसके अलावा सभी ऑनलाइन डिलीवरी सेवाएं अस्थायी रूप से प्रतिबंधित रहेंगी। लोगों से अपील है कि लोग इंडिया गेट, चिड़ियाघर और कर्तव्यपथ आने से बचें। हालांकि, पुलिस ने इंडिया गेट व कर्तव्य पथ को पिछले सप्ताह से ही बेरिकेडिंग लगाकर बंद किया हुआ है। यहां 15 अगस्त व 26 जनवरी की तरह सुरक्षा व्यवस्था की गई है। विशेष पुलिस आयुक्त ने इस बात पर जोर दिया कि 25 अगस्त को पुलिस द्वारा शुरू में जारी की गई यातायात सलाह में कोई बदलाव नहीं किया गया है। नई दिल्ली क्षेत्र में आना पूरी तरह प्रतिबंधित रहेगा।
9 व 10 को नई दिल्ली क्षेत्र में नहीं चलेंगी बसें
जी-20 सम्मेलन को देखते हुए दिल्ली परिवहन निगम (डीटीसी) के बस रूट शनिवार व रविवार को कई इलाकों में प्रभावित रहेंगे। डीटीसी की बसें रिंग रोड और रिंग रोड से आगे दिल्ली की सीमाओं की ओर चलेंगी। इन बसों को दिल्ली से बाहर जाने की इजाजत होगी।
हालांकि, इस दौरान नई दिल्ली क्षेत्र में डीटीसी बस सेवा उपलब्ध नहीं होगी। ऐसे में डीटीसी ने लोगों को यात्रा के लिए पर्याप्त समय लेकर चलने को कहा है। सुरक्षा व्यवस्था को बनाए रखने के लिए नई दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में सड़कों मार्ग पर वाहनों की आवाजाही के संबंध में यातायात सलाह के अनुसार संचालित किया जाएगा। डीटीसी की मुख्य महाप्रबंधक (जनसंपर्क) दुर्गेश नंदिनी वार्ष्णेय ने बताया कि 7 व 8 सितंबर की मध्य रात्रि में नियम लागू होने के बाद सभी प्रकार के माल वाहन, वाणिज्यिक वाहन, अंतरराज्यीय बसें और सिटी बसों को मथुरा रोड (आश्रम चौक से आगे) पर चलने की अनुमति नहीं दी जाएंगी।
भैरों रोड, पुराना किला रोड और प्रगति मैदान सुरंग के अंदर 10 सितंबर तक किसी भी वाहन को प्रवेश की अनुमति नहीं होगी। मालवाहक वाहनों और बसों को छोड़कर सामान्य यातायात को रजोकरी बॉर्डर से दिल्ली में प्रवेश की अनुमति होगी। इसके अलावा यातायात को अनिवार्य रूप से एनएच-48 से रावतुला राम मार्ग-ओलोफ पाल्मे मार्ग पर मोड़ दिया जाएगा। एनएच-48 पर धौला कुआं की ओर किसी भी वाहन की आवाजाही की अनुमति नहीं होगी। वहीं, अंतरराज्यीय बसों को दिल्ली में प्रवेश की अनुमति दी जाएगी। ऐसी सभी बसों का समापन रिंग रोड पर होगा। यात्रियों और बस चालक दल को आवश्यक सहायता प्रदान करने के लिए पर्याप्त संख्या में यातायात पर्यवेक्षक कर्मचारी भी तैनात किए जाएंगे।
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