NEET 2025 में क्या रहा खास? पेपर पैटर्न से लेकर कटऑफ तक का पूरा विश्लेषण
4 मई 2025 को पूरे देशभर में NEET UG परीक्षा का आयोजन हुआ। यह परीक्षा मेडिकल कोर्सेस जैसे MBBS, BDS और अन्य स्वास्थ्य क्षेत्र के अंडरग्रेजुएट कोर्सेस में दाख़िले के लिए होती है। इस साल लगभग 22.7 लाख छात्रों ने इसमें भाग लिया। इस ब्लॉग में हम आपको सरल भाषा में बताएंगे कि इस परीक्षा में क्या खास रहा, पेपर का स्तर कैसा था और छात्रों व विशेषज्ञों की प्रतिक्रिया क्या रही।

परीक्षा की मुख्य बातें:
- परीक्षा की तारीख: 4 मई 2025
- समय: दोपहर 2 बजे से 5 बजे तक
- मोड: ऑफलाइन (OMR शीट पर)
- कुल परीक्षा केंद्र: 5453
- प्रश्नों की संख्या: 200 में से 180 प्रश्न करने होते हैं
- सही उत्तर: +4 अंक, गलत उत्तर: -1 अंक
- विषय: फिजिक्स, केमिस्ट्री, बायोलॉजी (बॉटनी और जूलॉजी)
फिजिक्स सेक्शन:
इस साल फिजिक्स का पेपर छात्रों के लिए थोड़ा चुनौतीपूर्ण रहा। सवाल ज्यादातर कांसेप्ट-बेस्ड थे और बहुत सारे सवालों में दो से तीन कांसेप्ट एक साथ शामिल थे। फॉर्मूले सीधे नहीं पूछे गए थे और कैलकुलेशन का लेवल भी थोड़ा ज़्यादा था।
छात्रों का कहना था कि फिजिक्स ने ज़्यादा समय लिया और उनका टाइम मैनेजमेंट बिगड़ गया। क्लास 11 और 12 दोनों से बराबर सवाल आए।
केमिस्ट्री सेक्शन:
केमिस्ट्री का पेपर न तो बहुत आसान था और न ही बहुत मुश्किल। कुछ सवाल ऐसे थे जो सीधे NCERT से उठाए गए थे, जबकि कुछ सवाल ऐसे थे जिन्हें समझने के लिए अच्छे से कांसेप्ट क्लियर होने जरूरी थे। ऑर्गेनिक और इनऑर्गेनिक दोनों हिस्सों से सवाल पूछे गए। Assertion-Reason टाइप सवालों ने भी पेपर को थोड़ा tricky बना दिया था।
बायोलॉजी सेक्शन:
बायोलॉजी का पेपर इस बार लंबा जरूर था, लेकिन ज़्यादातर सवाल NCERT आधारित थे। शब्दशः लाइनें उठाकर भी कुछ सवाल पूछे गए थे। बॉटनी और जूलॉजी दोनों हिस्सों से बैलेंस तरीके से प्रश्न आए। कुछ छात्रों को लगा कि एक-दो सवाल NCERT से बाहर के थे, लेकिन अधिकांश को पेपर doable लगा।
टाइम मैनेजमेंट:
तीनों घंटे में 180 सवाल करना छात्रों के लिए चुनौती बन गया। फिजिक्स और केमिस्ट्री ने ज़्यादा वक्त लिया जिससे कुछ छात्र बायोलॉजी में समय नहीं दे पाए। टाइम मैनेजमेंट इस बार की सबसे बड़ी समस्या रही।
अनुचित तरीकों पर NTA की सख्ती:
इस बार की परीक्षा में NTA ने सख्ती से कार्रवाई की। 215 छात्रों को अनुचित साधनों का उपयोग करने पर परीक्षा से बाहर कर दिया गया। इनमें से 42 छात्रों को तीन साल के लिए प्रतिबंधित भी कर दिया गया है। नकली ID, दूसरे की जगह परीक्षा देना, और पेपर लीक से जुड़ी घटनाएं इनमें शामिल थीं।

कटऑफ का अनुमान:
पेपर का लेवल देखते हुए ऐसा माना जा रहा है कि इस साल कटऑफ थोड़ा कम जा सकता है। बायोलॉजी आसान थी लेकिन फिजिक्स और केमिस्ट्री की वजह से स्कोर पर असर पड़ सकता है। जनरल कैटेगरी का कटऑफ 640-660 तक रहने की संभावना है। हालांकि, टॉप स्कोर करने वाले छात्रों पर ज़्यादा असर नहीं पड़ेगा।
छात्रों और विशेषज्ञों की राय:
छात्रों ने कहा, “पेपर करते समय टाइम बहुत कम लग रहा था लेकिन फिजिक्स में ज़्यादा टाइम चला गया। एक्सपर्ट का कहना है, “जिन छात्रों ने स्ट्रैटेजी के साथ पढ़ाई की थी, उनके लिए पेपर कठिन नहीं था।”
आगे की प्रक्रिया:
- Answer Key: जल्द ही nta.ac.in पर जारी होगी
- Objection Window: स्टूडेंट्स आपत्ति दर्ज कर सकेंगे
- Result: जून के पहले हफ्ते में आने की उम्मीद
- Counseling: जुलाई से शुरू हो सकती है
निष्कर्ष:
NEET UG 2025 का पेपर एक मिक्स पैटर्न के साथ आया – बायोलॉजी आसान, केमिस्ट्री मध्यम और फिजिक्स कठिन। टाइम मैनेजमेंट सबसे बड़ा चैलेंज रहा। अब छात्र रिज़ल्ट और काउंसलिंग की तैयारियों में लग गए हैं। जिन छात्रों ने पूरी मेहनत और ईमानदारी से पढ़ाई की है, उनके लिए डॉक्टर बनने की दिशा में यह एक मजबूत कदम हो सकता है।
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