कंगना रनौत और जावेद अख्तर के बीच चल रहे मानहानि मामले में एक महत्वपूर्ण मोड़ आया है। तीन वर्षों से जारी इस कानूनी विवाद में, दोनों पक्षों ने अपने-अपने मामले वापस ले लिए हैं और आपसी समझौते पर पहुंच गए हैं।
मामले की पृष्ठभूमि:
2020 में, अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की मृत्यु के बाद, कंगना रनौत ने एक साक्षात्कार में बॉलीवुड में गुटबाजी और नेपोटिज़्म पर बात की थी। इस दौरान, उन्होंने जावेद अख्तर पर आरोप लगाया कि उन्होंने कंगना को राकेश रोशन और उनके परिवार से माफी मांगने के लिए दबाव डाला था, अन्यथा गंभीर परिणाम भुगतने की धमकी दी थी। इन आरोपों के बाद, जावेद अख्तर ने कंगना के खिलाफ मानहानि का मामला दर्ज किया।

साभार : Amar Ujala
अदालती कार्यवाही:
मामले की सुनवाई के दौरान, कंगना रनौत को अदालत में पेश होने के लिए कई अवसर दिए गए। हालांकि, वह कई सुनवाई में अनुपस्थित रहीं। इस पर जावेद अख्तर के वकील ने अदालत से कंगना के खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी करने की मांग की। कंगना के वकील ने अदालत को सूचित किया कि उनकी अनुपस्थिति संसद सत्र के कारण थी। अदालत ने कंगना को अंतिम अवसर देते हुए चेतावनी दी थी कि यदि वह अगली सुनवाई में उपस्थित नहीं होती हैं, तो उनके खिलाफ गैर-जमानती वारंट जारी किया जाएगा।
समझौता और मामले की समाप्ति:
हाल ही में, दोनों पक्षों ने आपसी सहमति से अपने-अपने मामले वापस ले लिए हैं और कानूनी विवाद को समाप्त कर दिया है। इस समझौते के बाद, अदालत ने मामले को बंद कर दिया है, जिससे दोनों पक्षों के बीच चल रही कानूनी लड़ाई का अंत हो गया है।

साभार : Navbharat Times – Indiatimes
निष्कर्ष:
कंगना रनौत और जावेद अख्तर के बीच का यह कानूनी विवाद अब समाप्त हो चुका है। दोनों पक्षों ने आपसी समझौते से मामले को सुलझा लिया है, जिससे बॉलीवुड में एक लंबे समय से चल रही कानूनी लड़ाई का अंत हुआ है।
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