अमेरिका का भारत पर 100% टैरिफ शुल्क वाला वॉर 2 अप्रैल से

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने हाल ही में अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित किया, जिसमें उन्होंने अपनी नीतियों और आगामी योजनाओं पर प्रकाश डाला। यह भाषण उनके दूसरे कार्यकाल का पहला संयुक्त सत्र संबोधन था, जो लगभग 1 घंटा 44 मिनट तक चला। इस ब्लॉग में हम इस संबोधन के प्रमुख बिंदुओं और उनके संभावित प्रभावों पर विस्तृत चर्चा करेंगे।

1. ‘जैसे को तैसा’ टैरिफ: भारत पर 100% शुल्क का ऐलान

साभार : Aaj Tak

ट्रम्प ने घोषणा की कि 2 अप्रैल से अमेरिका ‘जैसे को तैसा’ टैरिफ लागू करेगा। उन्होंने विशेष रूप से भारत का उल्लेख करते हुए कहा कि भारत अमेरिकी उत्पादों पर 100% से अधिक टैरिफ लगाता है, इसलिए अमेरिका भी भारत पर समान शुल्क लगाएगा। यह कदम दोनों देशों के बीच व्यापार संबंधों को प्रभावित कर सकता है और द्विपक्षीय वार्ताओं की आवश्यकता को बढ़ा सकता है।

2. यूक्रेन संघर्ष: शांति वार्ता की पहल

राष्ट्रपति ट्रम्प ने बताया कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की संघर्ष को समाप्त करने के लिए बातचीत के लिए तैयार हैं। उन्होंने रूस के साथ गंभीर वार्ताओं का उल्लेख किया और मॉस्को से सकारात्मक संकेत मिलने की बात कही। यह पहल यूरोप में स्थिरता लाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम हो सकता है।

3. अप्रवासी मुद्दा: सख्त कदमों की घोषणा

ट्रम्प ने अवैध अप्रवासियों पर कड़ा रुख अपनाते हुए कहा कि पिछले चार वर्षों में 2.1 करोड़ लोग अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश कर चुके हैं। उन्होंने अमेरिकी इतिहास में सबसे बड़े बॉर्डर और इमिग्रेशन क्रैकडाउन की शुरुआत की घोषणा की, जो देश की सुरक्षा और आर्थिक संरचना पर महत्वपूर्ण प्रभाव डाल सकता है।

4. पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की  आलोचना
अपने संबोधन में ट्रम्प ने पूर्व राष्ट्रपति जो बाइडेन की नीतियों की आलोचना की, उन्हें अमेरिकी इतिहास का सबसे खराब राष्ट्रपति बताया। उन्होंने बाइडेन के कार्यकाल में अवैध अप्रवासियों की बढ़ती संख्या और महंगाई में वृद्धि का आरोप लगाया।

5. गोल्ड कार्ड वीजा: नई वीजा प्रणाली की घोषणा

ट्रम्प ने ‘गोल्ड कार्ड वीजा’ प्रणाली की घोषणा की, जो ग्रीन कार्ड से अधिक उन्नत होगी। इससे बड़ी संख्या में नौकरियां पैदा होने और कंपनियों को लाभ होने की उम्मीद है। यह कदम अमेरिकी अर्थव्यवस्था को सुदृढ़ करने की दिशा में महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

6. पनामा नहर और ग्रीनलैंड पर नियंत्रण की योजना

राष्ट्रपति ने पनामा नहर पर नियंत्रण हासिल करने और ग्रीनलैंड को अमेरिका में शामिल करने की योजना का खुलासा किया। उन्होंने ग्रीनलैंड के निवासियों की सुरक्षा का आश्वासन भी दिया। इन योजनाओं से अमेरिका की भू-राजनीतिक स्थिति में महत्वपूर्ण परिवर्तन हो सकता है।

7. इलॉन मस्क और DoGE विभाग की सराहना

ट्रम्प ने इलॉन मस्क के DoGE (Department of Governmental Ethics) विभाग की सराहना की, जिसने पिछली फेडरल सरकार के कई घोटालों का पर्दाफाश किया है। उन्होंने मस्क के इस कदम को देशहित में महत्वपूर्ण बताया।

8. फ्री स्पीच: सरकारी सेंसरशिप का अंत

राष्ट्रपति ने सरकारी सेंसरशिप को पूरी तरह समाप्त करने और अमेरिका में फ्री स्पीच (स्वतंत्र अभिव्यक्ति) को पुनर्स्थापित करने की घोषणा की। उन्होंने ऐसे सरकारी तंत्र को खत्म करने की बात कही, जिसका इस्तेमाल हथियार के तौर पर किया जाता था।

9. तेल और गैस: ऊर्जा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की ओर

ट्रम्प ने कहा कि अमेरिका के पास दुनिया के किसी भी देश से अधिक ‘लिक्विड गोल्ड’ (तेल और गैस) है। उन्होंने अलास्का में बड़ी प्राकृतिक गैस पाइपलाइन बिछाने की योजना का उल्लेख किया, जिसमें कई देशों के अरबों डॉलर निवेश की संभावना है।

10. अंतरिक्ष कार्यक्रम: मंगल पर अमेरिकी झंडा फहराने का संकल्प

राष्ट्रपति ने विज्ञान की नई सीमाओं को पार करने, मानव को अंतरिक्ष में आगे ले जाने और मंगल ग्रह पर अमेरिकी झंडा फहराने का संकल्प व्यक्त किया। उन्होंने दुनिया की सबसे उन्नत और शक्तिशाली सभ्यता के निर्माण की दिशा में आगे बढ़ने की बात कही।


भाषण के दौरान की महत्वपूर्ण घटनाएं

  • परिवार की उपस्थिति: ट्रम्प का संबोधन सुनने के लिए उनकी बेटी इवांका ट्रम्प, दामाद जेरेड कुशनर और प्रथम महिला मेलानिया ट्रम्प भी संसद में मौजूद थीं।
  • विरोध प्रदर्शन: ट्रम्प के भाषण के दौरान डेमोक्रेट्स नेताओं ने कार्ड्स दिखाकर विरोध जताया और बीच-बीच में हूटिंग भी की।

निष्कर्ष

राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का यह संबोधन उनके आगामी नीतियों और दृष्टिकोण को स्पष्ट करता है। टैरिफ नीतियों से लेकर अंतरिक्ष कार्यक्रम तक, उन्होंने विभिन्न मुद्दों पर अपनी सरकार की प्राथमिकताओं को रेखांकित किया। इन नीतियों का अमेरिका और विश्व पर क्या प्रभाव पड़ेगा, यह आने वाला समय बताएगा।

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